भारत माता की सौगंध खाकर, आओ आज ये शपथ लेते है! नारी शक्ति पर आंच ना आने देंगे। भारत माता की सौगंध खाकर, आओ आज ये शपथ लेते है! नारी शक्ति पर आंच ना आने देंग...
अपनी व्यथा को कहे किससे वह जिसे मारा था --कोख़ में अपनी क्योंकि वह एक -- स्त्री -- थी अपनी व्यथा को कहे किससे वह जिसे मारा था --कोख़ में अपनी क्योंकि वह एक -- स्त्री...
आओ उखाड़ फेंके इस राक्षस को हम जड़ से, और आजाद हो जाए इस कुप्रथा की पकड़ से। आओ उखाड़ फेंके इस राक्षस को हम जड़ से, और आजाद हो जाए इस कुप्रथा की पकड़ से।
जिसे पाने के लिए सोचा कभी उसे पाया नहीं। जिसे पाने के लिए सोचा कभी उसे पाया नहीं।
सारी ज्ञान की चादर गूगल महाराज ओढ़े बैठे हैं। सारी ज्ञान की चादर गूगल महाराज ओढ़े बैठे हैं।
“बहुत अधिक है मेरे संग अत्याचार हुआ, सुकून से मेरा जीना अब दुश्वार हुआ । “बहुत अधिक है मेरे संग अत्याचार हुआ, सुकून से मेरा जीना अब दुश्वार हुआ ।